जब वक्त ने सब बख्त दिया हमे चलने के लिए रुके थे उस पेड़ की छांव में हम आराम के लिए अनजान सा है ये जहाँ COVID-19 की कहर से चले हम राह ये डगर मे संसार ने कहा ठहरने के लिए prakash uikey #sayari world emergency days#,$$