अल्फाज़ हैं मगर, अल्फाज है मगर किसे कहू पता नही, कह तो दू पर कौन समझे,पता नही इश्क़ तो है सिर्फ उससे पर अहसास कैसे दिलाऊ ,पता नही काश! हमारी नजरो में छुपे इश्क़ को वो समझ ले क्योंकि बयाँ कैसे करूँ,पता नही #nojoto#love#मोहबब्त#ptanhi विक्रम कुमार