वो पूछते है कौन हो? "झूठी महहोबत से दूर हूं मैं किसी की महहोबत का गुरुर हूं। जो बन जाता है पल पल मेरा साया मैं उस मां के चेहरे का नूर हूं"। ©vipi bisht #मां❤️ #thought