मुहब्बत ही मुहब्बत हो, दरम्यान न कोई शक हो, दुनिया न कर सके कभी ज़ुदा, तेरे हर पल पे मेरा हक़ हो... नज़दीक आने को दूरियां हैं जरूरी, पूरी होगी हमारी दास्तां जो है अभी अधूरी, न हारना उम्मीदें कभी, इक तरफ हम तो दूजी ओर क्यों न जग हो, दुनिया न कर सके ज़ुदा, तेरे हर पल पे मेरा हक़ हो... जो खुदा आज ले रहा हमारा इम्तिहान, मिलना तय है रखना तुम इत्मीनान, वक़्त की साज़िशों को जुदाई नहीं कहते, मुहब्बत की सदाओं को दुहाई नहीं कहते, हम ही हम हों मैं की न जगह हो, न तेरा न मेरा कभी कोई फर्क हो, दुनिया न कर सके कभी ज़ुदा, तेरे हर पल पे मेरा हक़ हो.... मुहब्बत ही मुहब्बत हो, दरम्यान न कोई शक हो, दुनिया न कर सके कभी ज़ुदा, तेरे हर पल पे मेरा हक़ हो.... #Dj_conditions #during_journey