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उपकार, दया, आभार एक जैसे लगते हैं, इंसानियत की डोर

उपकार, दया, आभार एक जैसे लगते हैं,
इंसानियत की डोर में जभी सजते हैं,

अपने लिए जो अच्छा ना लगे वह दूसरों के साथ मत करो,
हर किसी को शक की नजरों से देखकर उसका कत्ल मत करो,

जरा झाँको इक इंसान के दिल में धीरे से,
उसमें भी चमक दिखाई देगी जैसे देती है हीरे में,

हजारों लाखों बुराईयां हो सकती है उसमें,
लेकिन तुम ही हो जो उपकारी बनकर बदलाव ला सकते हो उसमें!!!!

© कव्यप्रिंस #moonlight #Spreadlove #Motivation #Help #someone #without #Reason #Love #him #peace
उपकार, दया, आभार एक जैसे लगते हैं,
इंसानियत की डोर में जभी सजते हैं,

अपने लिए जो अच्छा ना लगे वह दूसरों के साथ मत करो,
हर किसी को शक की नजरों से देखकर उसका कत्ल मत करो,

जरा झाँको इक इंसान के दिल में धीरे से,
उसमें भी चमक दिखाई देगी जैसे देती है हीरे में,

हजारों लाखों बुराईयां हो सकती है उसमें,
लेकिन तुम ही हो जो उपकारी बनकर बदलाव ला सकते हो उसमें!!!!

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