White तुम अमीर हो..? तब भी मरोगे, तुम गरीब हो..? तब भी मरोगे, तुम्हारे सपने पूरे नहीं हुए..?तब भी मरोगे, तुम्हारे सपने पूरे हो गए..? तब भी मरोगे, मनचाहा व्यक्ति नहीं मिला..? तब भी मरोगे,तुम्हारा मन कहीं नहीं लगता..? तब भी मरोगे, कुल्लु नफ़्सिन ज़ाइक़त-उल-माैत हर जानदार को मौत का मज़ा चखना है |क्या तुम देख पा रहे हो..? कितनी तेजी से उम्र बीत रही है..? बहुत सीमित उम्र मिली है तुम्हें, बहुत जल्दी सब कुछ खत्म हो जाने वाला है, अपना कुछ समय बिना भेदभाव किए लोगों की भलाई करने में भी लगाओ, अच्छे कार्य में लगाओ क्योंकि ये कार्य से ही रब राजी होगा और अंत में अच्छी मौत जन्नत मे आला मुकाम पाओगे.! ©faruk dyer हदीस