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जिस दिन से मैंने मुस्कराना छोड़ा मेरी काव्य पतिभा

जिस दिन से मैंने
मुस्कराना छोड़ा
मेरी काव्य पतिभा  भी
मुरझाने लगी हैँ 

मेरे गीतो के कंठ भी 
अवरुद्ध हुए हैँ
और संगीत  के साज़ भी  बेसुरे
हुए हैँ

©Arora PR
   जिस दिन से
arorapr7519

Arora PR

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जिस दिन से #कविता

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