इक नई पोशाक ढूंढो इस रूह के हिसाब से.... यहां का हर किरदार दोहरा लिबास रखता है....!! चाहतें ना रखो फरेब से परे होने की हर किसी से....! आईने से बेहतरीन बेनकाब नज़रे ना मिलेंगी इस बाज़ार में ..!!-A.r (शेरनी) ख़ुद की नज़रों में गिरे नहीं कभी .... आज के सुकून खातिर बस इतना ख़्याल काफ़ी है...!!✍️❤️ अंजली राय #angel❤️ #ख्वाहिशें_बेहिसाब_हैं💐 #जिंदगी_गुलज़ार_है💐 #लवयूज़िन्दगी💐❤️