खामोश रोती रहीं आंखे मेरी किसी को ग़म बताया नहीं मैंने सोचा था जिंदगी के कुछ पल जी लूँगा तुमने जानता तो मैं भी था कि तु मिलेगा नहीं मुझे मगर इन आँखों ने उम्मीद लगाए रखा कौन समझाए उस बच्चे को जो रोटियों की आश लगाए हुए है कौन बतलाये उसे की जलते हुए चूल्हे की रोटियां तेरे हिस्से मे नहीं तेरे हिस्से मे तो जलती हुयी अंगारे है जो तुझे जला कर राख करने पर तुली है #beparwah #alone #bewafashayari #tuttadil 𝙆𝙪𝙡𝙙𝙚𝙚𝙥 𝙘𝙝𝙖𝙩𝙪𝙧𝙫𝙚𝙙𝙞 (गुमनाम आशिक 😡♔)