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वो कहने लगी, नकाब में भी पहचान लेते हो हजारों के ब

वो कहने लगी, नकाब में भी पहचान लेते हो हजारों के बीच ?

 मैंने मुस्करा के कहा,   तेरी आँखों से ही शुरू हुआ था 

इश्क हज़ारों के बीच.. Masih alam Gujjar Baba Sundeepak  विकास कुमार Khushbu
वो कहने लगी, नकाब में भी पहचान लेते हो हजारों के बीच ?

 मैंने मुस्करा के कहा,   तेरी आँखों से ही शुरू हुआ था 

इश्क हज़ारों के बीच.. Masih alam Gujjar Baba Sundeepak  विकास कुमार Khushbu