हाथों पर हाथ रखकर हम न हुज़ूर बैठे हैं। कैसे बतायें कितना होकर मज़बूर बैठे हैं। भूलकर भी भूल से यह दिल में न लाना, कि दूर बैठे हैं तो तुमको भूल बैठे हैं..! ✍️Narya #Mazbur अल्फ़ाज़ खाव्हिश-ए-इश्क़✍️ अधूरी बातें madhvi ❣️ Anshika