Alone कल भी परेशान थी जिंदगी ये आज भी परेशान है हाँ जो इंसा समझ रहा था खुद को भगवान देखो वो आज फिर हैरान है कभी इसे प्रकर्ति मार रही कभी खुद के कृत्यों से मर रहा कर छेड़-छाड़ प्रकर्ति से विनाश की खुद नीव धर रहा दो मुठ्ठी जमीन पर धर पाँव उसे पूरा जहां है समझ रहा जो कल था नादान आज हैवान है खुद को कह भगवान वो फिर आज हैरान है #lockdownstories #covid19 #kaviuk01