एक गजल तेरे लिए जरूर लिखूंगा, बे-हिसाब उसमें तेरा कसूर लिखूंगा, टूट गए बचपन के तेरे सारे खिलौने, अब दिलों से खेलना तेरा दस्तूर लिखूंगा। ©Riyaj Ali #एक_गजल_तेरे_लिये_जरूर_लिखुगां