क्या करोगे साहब उन "करोड़ों के बजट" का जो भुखो को रोटी न खिला सका , ठंड में भी ठिठुरते रहे वो लोग लेकिन "करोड़ों का बजट" उन्हें न बचा सका। ©Abhishek Rathor #poors support#