अपने महबूब की और अपनी अताअत के लिए हमको ख़ालिक़ ने किया ख़ल्क़ इबादत के लिए ताकि इन्साफ़ की रहों पे रहें हम क़ायम रब्ब ने नाज़िल किया मीज़ान अदालत के लिए शौकत अली 'शौकत' अपने महबूब की और अपनी अताअत के लिए हमको ख़ालिक़ ने किया ख़ल्क़ इबादत के लिए ताकि इन्साफ़ की रहों पे रहें हम क़ायम रब्ब ने नाज़िल किया मीज़ान अदालत के लिए शौकत अली 'शौकत'