ना सुरत ना शोहरत, दिल भी मेरा काला मटमैला, इंसानो की बस्ती में मैं शैतान अकेला। भ्रम में रहना कबका छोड़ा हैं हमने, खुदको सिर्फ इंसान कहलाने वालो से कब का नाता तोड़ा है हमने, फक्कड मिज़ाज अनपढ़ जाहिल सिंन्टु जग में तभी बदनाम, फक्कड़ता से नपुंसक समाज को आईना दिखाना ही मेरा काम। ना सुरत ना शोहरत, और दिल भी मेरा काला मटमैला, इंसानो की बस्ती में मैं शैतान अकेला। (खुद को सिर्फ इंसान कहलाने वालो से मतलब जो सिर्फ इंसान कहलाना चाहते हैं इंसानियत वाला कर्म करना नहीं चाहते) #इंसानो की बस्ती में मैं शैतान अकेला। #nojotoApp #nojotohindi