ज़िल्लत करूँ मैं भी बहुत, ज़िंदादिली की चाह में शर्मिंदगी बस टोकती है, ज़िंदगी की राह में कोलाब करें इस "शर्मिंदा" लफ्ज़ से जिसका अर्थ होता है "लज्जित" !! और इस लफ्ज़ से अपना ख़्याल पेश करें !! फॉलो करें हमारी प्रोफाइल को Urdu_Hindi Poetry ताकि आप ऐसे ही बेहतरीन उर्दू लफ्ज़ की जानकारी के साथ-साथ हमारी शायरी का भी लुत्फ़ लें सकें !! ज़िल्लत करूँ मैं भी बहुत,