एक संगठन में हजारों लोगों की भावनाएं होती हैं, और उन भावनाओ से एक महान लीडर जन्म लेता है जो उस संगठन को संभालता है!! संगठन की ताकत आप झाड़ू से अंदाजा लगा सकते हैं, जब तक झाड़ू की एक एक सिक झाड़ू के संगठन में रहती है तब तक वो उस संगठन का हिस्सा है और जिस दिन उस संगठन से अलग हो जाए तो वो खुद एक कचरा वन जाती है!! जब पत्थर एक एक होकर संगठित होते हैं तो एक भवन तैयार हो जाता है, जब अंग संगठित होते हैं तो एक शरीर का निर्माण हो जाता है। जहां भी संगठन का निर्माण होता है एक अखंड शक्ति पैदा होती है!! ©Praveen mishra ekta sangathan #sunrays