जाओ बंधवा लो राखियां दे दो आजीवन रक्षा का वचन झूठा वचन किससे रक्षा करोगे तुम उसकी उसके माँ बाप से उसके भाइयों से जो निकलने न देंगे उसे घर से न पढ़ने देंगे, न लिखने देंगे न दुनिया देखने समझने देंगे रक्षा सुरक्षा इज़्ज़त समाज के नाम पर सोंच की अंधेरी गुफा में बंद कर देंगे शेष अनुशीर्षक में पढ़ें जाओ बंधवा लो राखियां दे दो आजीवन रक्षा का वचन झूठा वचन किससे रक्षा करोगे तुम उसकी उसके माँ बाप से उसके भाइयों से जो निकलने न देंगे उसे घर से न पढ़ने देंगे, न लिखने देंगे