इतनी तन्हाइयाँ हैं, डर भी सकता हूँ, दर्द -ओ- ग़म की आँधियों से, टूट कर बिखर भी सकता हूँ, तुम मुझसे दूर तो चली गई, पर ये तलक कभी नहीं सोचा, मैं तो पागल हूँ, मर भी सकता हूँ ? #तन्हाईयाँ #मैंऔरतुम #yqbaba #yqdidi #yqhindiqoutes #इश्कियाँ_मिजाज