इस जहां में दो महत्वपूर्ण अंग
जमाना और इंसान , इसी पर निर्भर है सब कुछ
क्योंकि इंसान के पास दिमाग है तो एक तरह से कहा जा सकता है कि पशु पक्षी जीव जंतु पेड़ पौधे सब इंसान बदल सकता है।
और इंसान इस ज़माने से।
लेकिन जब एक बदले तो कहा जा सकता है कि असंतुलन कि स्थिति आ गई है।
लेकिन जब दोनों बदल जाएं तो संतुलन से पुनः संतुलन की स्थिति
हो गई, तो फिर बदला क्या
आखिर यह किसे लग रहा है कि बदल गया इंसान ? #yqbaba#अधूरापन#मेरीक़लमसे#प्रश्नचिन्ह#voiceofdehati#मैंनेकबकहा