खूबसूरती की मिसाल हो या कोई कमल लगते हो। लोग तो कहते हैं कि खूबसूरत ताजमहल लगते हो। हर कोई तुम्हें अपनी नज़्मों में पिरोना चाहता है। मौसम-ए-बाहर की प्यारी सी कोई ग़ज़ल लगते हो। क्यूँ आजकल तुम्हें देखकर मैं काबू में नहीं रहता। मुझको आकर्षित करता कोई मीठा फल लगते हो। तुम्हें देखकर ही मेरी सारी उलझनें कम हो जाती हैं। मेरी सारी परेशानियों का, तुम कोई हल लगते हो। ख़ूब बचाकर चला था मैं खुद को इन नज़नीनों से। पर दिल को जीतने में, तुम माहिर सफल लगते हो। ♥️ Challenge-662 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।