सबंध हो जब अस्मिता का, तब ध्यान होना चाहिये, क्यों कहे किस से कहे क्या यह ज्ञान होना चाहिये, व्यापक विचारों से लबालब गतिमान होना चाहिये हिंदुत्व अब हर भारतीय का अभियान होना चाहिये अजय अविराम भारतीयता