सारी यादें, वादों को मिटाने के बाद भी मुझमें तुममें हुए करार को कहाँ मिटा पाई मेरे चेहरे से तुम्हारी नज़र मेरी होठों पर तुम्हारी मुस्कान मेरे हाथों कि लकीरों से तुम्हारा नाम तुम्हारे दिए हर हंसी को गम को आंसू को, ना मेरे नाम से जुड़े तुम्हारे नाम को .... ©vandana upadhyay वो जो हममें तुममें करार था वंदना उपाध्याय-v, #FadingAway