हम नही समझते , तुम नही समझते, रिश्तों को आखिरकार, अवश्य नही समझते, खटास मन है,दिमाग बुजदिल है, अब हम इंसान से ज्यादा, स्वार्थ को बेकार नही समझते। #ठाकुर #chetanyajagarwad #hindi #quote #yqbaba #yqdidi #time