जिसे निभा ना सकूं, ऐसा वादा नहीं करता मैं बातें अपनी औकात से, ज्यादा नहीं करता भले ही तमन्ना रखता हूँ, आसमान छू लेने की लेकिन औरों को गिराने का, इरादा नहीं करता Pyar tune kya kiya