सीमित
सीमाएं सीमित हों सकती है
पर औरत किसी सीमा की मोहताज नहीं हैं
सांसारिक बंधनों से मुक्त हों सकती हैं
लांघ लेती है घर की दहलीज अकेनो रूप में ढल जाती है
सीमित रहने वाले सीमा हमे ना सिखाया करो
सीमा सुरक्षा में सीमित रह कर हम पर उगली ना उठाया करो
हम तोड़ देती हैं नज़रों में नग्न परछाया बन पड़े खुद की इज्ज़त पर बात #RESPECT#yqbaba#yqdidi