Dil Shayari साँसें छोडूं या जिंदगी समझ नही आता मोहब्बत करूँ या नफरत नही जानता एक कदर खुद को खुद के शहर मे यूँ कैद कर चुका हूं नही जानता आजाद करूँ ये दिल का पंछी या ता उम्र सजाये मौत मुकमल कर दूं । #NojotoQuote