इस उलझे बालो की तरह मै भी तेरे यादो मे उलझी पड़ी हुं.... तेरे इंतजार में कही बिखरी पड़ी हुं.... तेरे ख्वाबो को मेरे ख्वाब बना कर जिने लगी हुं.... उस रब से ज्यदा तुझ पर भरोसा करने लगी हुं... तेरे इंतजार में तड़पने लगी हुं, खुद से ज्यदा तुमको समझने लगी हुं....... 😊😊