मतलब कि है पूजा और मतलब के सारे पाठ हैं,,, कैसा दौर है सच मर रहा और फरेबी के ठाट बाठ हैं,,, ए खुदा तूने क्या किया अब खुद के कर्मो का इल्ज़ाम भी खुदा पर लगा रहा है,,, ये कैसा वक़्त आ रहा है... part 13