एक दिन एक गली में कोरोना आया था गेल्ली में इधर-उधर घूम रहा था मैंने पूछा भाई क्यों घूम रहे हो तो बोला भाई मेरे को किसी ने छोड़ दिया है तब मैं इधर उधर भटक रहा हूं तो मैंने पूछा तुम्हारा इलाज बोला सुई खाओ मजा करो मेरे भाइयों बहनों कोरोना से बंच कर रहिए ©rajasthani राजस्थानी शायरी