Nojoto: Largest Storytelling Platform

'लता' हूँ मैं काट दो तुम स्नेह जड़ें मेरी प्रेम-आच्

'लता' हूँ मैं
काट दो तुम स्नेह जड़ें मेरी
प्रेम-आच्छादित फ़िर भी रहूँगी
बढूँगी कर स्पर्श तुम्हारा
नई जड़ें में जमा ही लूँगी
छायी रहूँगी प्रेम-घन सी
आलिंगन में समेटे रहूँगी
भूल जाओगे अपना पृथक अस्तित्व
मैं यूँ तुम्हें नेह-रस सिंचित करूँगी..!
🌹 'लता' हूँ मैं
काट दो तुम स्नेह जड़ें मेरी
प्रेम-आच्छादित फ़िर भी रहूँगी
बढूँगी कर स्पर्श तुम्हारा
नई जड़ें में जमा ही लूँगी
छायी रहूँगी प्रेम-घन सी
आलिंगन में समेटे रहूँगी
भूल जाओगे अपना पृथक अस्तित्व
'लता' हूँ मैं
काट दो तुम स्नेह जड़ें मेरी
प्रेम-आच्छादित फ़िर भी रहूँगी
बढूँगी कर स्पर्श तुम्हारा
नई जड़ें में जमा ही लूँगी
छायी रहूँगी प्रेम-घन सी
आलिंगन में समेटे रहूँगी
भूल जाओगे अपना पृथक अस्तित्व
मैं यूँ तुम्हें नेह-रस सिंचित करूँगी..!
🌹 'लता' हूँ मैं
काट दो तुम स्नेह जड़ें मेरी
प्रेम-आच्छादित फ़िर भी रहूँगी
बढूँगी कर स्पर्श तुम्हारा
नई जड़ें में जमा ही लूँगी
छायी रहूँगी प्रेम-घन सी
आलिंगन में समेटे रहूँगी
भूल जाओगे अपना पृथक अस्तित्व

'लता' हूँ मैं काट दो तुम स्नेह जड़ें मेरी प्रेम-आच्छादित फ़िर भी रहूँगी बढूँगी कर स्पर्श तुम्हारा नई जड़ें में जमा ही लूँगी छायी रहूँगी प्रेम-घन सी आलिंगन में समेटे रहूँगी भूल जाओगे अपना पृथक अस्तित्व #प्रेम_रचना #mनिर्झरा #योरकोट_हिंदी #योरकोटबेस्टकॉट्स #प्रेमलता