यों तो अपनी आँखों में अपना सा जहाँ होता है ज़िन्दगी को मगर इन साँसों का गुमाँ होता है तू आँखों में हो जिस लम्हा सरेपा ज़िन्दगीनुमा वो होता है ज़िन्दगी क्या जाने खाली आँखों में मौत का शमा होता है देख ले एक नज़र जिस घड़ी रूहे नज़र मेरी तरफ लम्स वो आफ़रीन बाहर्फ़ हर शफ़ पे बयाँ होता है तेरी आँखों में मेरी नज़र जो यों खो जाती है देखने वालों को कुछ और शुबा होता है यों तो हर शय का मरतबा है अपनी हस्ती है मेरी जाँ तेरे रुतबे का कोई और कहाँ होता है #toyou#yqlifeanddeath#yqyou#yqlove#yqpassion