जा रहे हैं दूर तुझसे अब लौट कर ना आएंगे! बहुत सता लिया तुझको, अब ना और सताएंगे,, वादा है तुझसे.... लौट कर ना आएंगे!! गलती थी मेरी जो समझ ना सके तुझे, हर बार मनाया तुमने और इस बार हम ही ना झुके! गुस्सा था या अहम था हमारा..! सोचा .. रूठेंगे तुझसे तो तू फ़िर से मनाएगा,, पर शायद.... ये वहम था हमारा!! नाराज़गी नहीं थी तुझसे, दो पल का गुस्सा था ! रूठना-मनाना, हंसना-हंसाना... यही तो ज़िन्दगी का क़िस्सा था..!! छोड़ गया था तू जिस रह पर...हम आज भी वहीं हैं ना तू लौटकर आया ना आया जवाब तेरा,,! इंतज़ार में तेरे गुजरता गया...बस वक़्त मेरा!! शायद..! बहुत तकलीफें दी होंगी हमने तुझे.. जो तू अबतक रूठा है..! जाने अंजाने शायद हमसे.. दिल तेरा टूटा है!! बहुत सताया तुझको हमने ना अब और सताएंगे... जा रहे हैं दूर तुझसे .. अब लौटकर ना आएंगे...!!! .….. मून🌛 ©Mamta Kumari लौट कर ना आएंगे.. #ThinkingMoon