वो तीन जादुई शब्द आज, तेनु कदर न थी एकवी मेरी, मेता फिर भी तुझपे ही मरदा रिहा। तेनु प्यार न था मेरी गल एकवी, दिलता फिर भी मेरा, तुझसे ही प्यार करदा रिहा। ~रवि #बेबाक़#रवि#पोएट्री#तेनु कदर न थी एकवी मेरी, मेता फिर भी तुझपे ही मरदा रिहा। तेनु प्यार न था मेरी गल एकवी, दिलता फिर भी मेरा, तुझसे ही प्यार करदा रिहा।