तन्हाई की रात मानो एक पहेली है आंखों में चुभे रोशनी अलबेली है सारे ख़्वाब टूट कर बिखर गए जो ज़िन्दगी एक ऐसी भी मैंने झेली है कमाते कमाते ताउम्र ध्यान न दिया जो देखा आज भी ये जेब खाली है हर शख्स कर्ज़दार ज़िन्दगी उधार दुकान हमने अपनी जँहा खोली है #रातकाअफ़साना #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine #nazam #poetry #terasukhi #terasukhiquotes Collaborating with YourQuote Didi