दिल की चौखट पे उसका आना जाना बदस्तूर जारी है। हम भुलाएँ भी कैसे उन्हें वो आज भी जान हमारी है। निगाहें तरस गई थी कभी उन्हें देखने की ख़ातिर। आज वो कहती है कि ये पूरी कायनात हमारी है। 👉🏻 प्रतियोगिता- 233 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌹"दिल की चौखट"🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या केवल मर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I