माई बाप पायाब सा जीवन ना कोई राज़ गहरा हो ... समुन्दर सी जीवन की कैफियत वालिदैन किनारा हे लहरें कितनी भी बुलंद क्यों ना हो भटकने पर हर बार घेरा हे... ©G0V!ND DHAkAD #वालिदैन #Twowords