आज मातृ दिवस पर सभी अपनी माता के साथ फोटो लगाकर मातृ दिवस की शुभकामनाएं दे रहे हैं, उनके के लिए कविताएं लिख रहे हैं, मगर क्या ये वास्तव में सत्य है, क्या वाकई हम मां को सच्ची शुभकानाएं दे रहे हैं, अगर सत्य है तो फ़िर क्यों आज भी लोग मां की गाली देते हैं, क्यों ये सिलसिला नहीं थमता? कभी सोचा है? अगर नहीं सोचा, तो सोचिए, कितना आसान होता है ना यूहीं कहीं भी, कभी भी,किसी भी राह, मां की गाली दे देना, कोशिश इतनी कर लीजिए, सोशल मीडिया से हटकर थोड़ा हक़ीक़त में जी लीजिए, जो गालियां देकर इतना दम भरते हो, गर दम है तो ये गालियां छोड़ दीजिए, थोड़ी इज्ज़त हक़ीक़त में भी कर लीजिए। ©Gunjan Rajput आज मातृ दिवस पर सभी अपनी माता के साथ फोटो लगाकर मातृ दिवस की शुभकामनाएं दे रहे हैं, उनके के लिए कविताएं लिख रहे हैं, मगर क्या ये वास्तव में सत्य है, क्या वाकई हम मां को सच्ची