क्या लिखूं मैं गीत तुम पर गीत का संभाव्य तुम हो । मैं गवइया हूँ तुम्हारा , मेरे उर का काव्य तुम हो । क्या लिखूं मैं गीत तुम पर गीत का संभाव्य तुम हो । मैं गवइया हूँ तुम्हारा , मेरे उर का काव्य तुम हो ।