कुछ इस तरह तुम आए थे मेरे दिल पर यूं छाए थे सपनों में रंग बरसाए थे प्यार की भांग पिलाए थे गालों पर गुलाल लगाकर जब कसकर गले लगाए थे कांधे पर तुम्हारे झुककर होंठ मेरे शर्माए थे कुछ इस तरह तुम आए थे ©Swati Jain happy holi 2022🎉🎊