था दंग वो चाँद भी तुम्हें देखकर। छुप गया बादलों में कहीं तुम्हें देखकर।। अरे बादल कौन है ये जिसपर जरा भी दाग नहीं। उस कलाकार की कलाकारी का भी कोई जवाब नहीं।। #Vinit