सब्र रख ऐ दोस्त वक्त आयेगा तो हम भी आसमाँ मे उड़ना सीख लेगे, अभी गिर रहे है तो क्या हुआ गिरते-गिरते सम्हलना सीख लेगे, ले आये जिन्दगी अगर चौराहे पर और खो जाये मंजिले तो गम क्या करे, हम भी वक्त बे वक्त पर अपने रास्ते बदलना सीख लेगे । लोगो की भागदौड़ मे हमे सरकता देखकर वो मजाक उड़ा रहे है मेरा, कोई बताओ उन्हे सरकते सरकते हम भी चलना सीख लेगे । अगर बदलकर मिजाज वो रइसो के महफिल मे जा पहुंचे, हम भी मिटा कर नाज अपना गरीबो मे रहना सीख लेगे । Chalna seekh lenge