चाहत हो तुम मेरी, मेरी जिंदगी का ख्वाब हो तुम, पढ़ना चाहूंँ ऐसे ताउम्र जैसे कोई किताब हो तुम। तेरी जिंदगी के पन्नों पर हर्फ-दर-हर्फ इश्क़ लिख दूँ, धड़कना चाहूँ ऐसे जैसे मेरे दिल की धड़कन हो तुम। रोशन हो गए दिल के चिराग तेरे प्यार की रोशनी से, चमकना चाहूँ ऐसे जैसे मैं चाँद और चाँदनी हो तुम। तेरी जिंदगी के हर पन्ने में मैं अपनी ही महक भर दूंँ, महसूस करना चाहूंँ ऐसे जैसे कि मेरी सांँसें हो तुम। तेरी जिंदगी की किताब में बस इश्क ही इश्क भर दूँ, समाना चाहूंँ तुझमें ऐसे जैसे कि मेरी जिंदगी हो तुम। ♥️ Challenge-547 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ विश्व पुस्तक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ 📖 ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए।