कहाँ किसी काफिर ने किसी की मानी है। हीर तो आज भी राँझे की दीवानी है।। मन्नत के उन धागों की जुबानी है। अधूरे किस्से की अधूरी कहानी है।। #काफिर #हीर #राँझा #दीवानी #मन्नत #जुबानी #अधूरी #कहानी