बहुत हुआ छोर जहां में, नाना दादा लाने का, कइयों को तो पसंद है दीदी, बहनजी बन जाने का, कोई कहता है मैं युवा हूँ और किसी को योद्धा खुदको बताने का, वोट करना मेरे यारो राष्ट्र को चमकाने का। मेरा मतदान राष्ट्र के नाम। बहुत हुआ छोर जहां में, नाना दादा लाने का, कइयों को तो पसंद है दीदी, बहनजी बन जाने का, कोई कहता है मैं युवा हूँ और किसी को योद्धा खुदको बताने का, वोट करना मेरे यारो राष्ट्र को चमकाने का। मेरा मतदान राष्ट्र के नाम।