इक बार मन में ख्याल आया तितलियों के पास इतना सुन्दर पंख कहां से आया कुदरत के इस बनावट में इतना सारा रंग कहां से आया एक बार फिर मन में ख्याल आया सप्तकर्ण के पास सात रंगों का अनमोल रंग कहां से आया कुदरत के इस बनावट में रंग-बिरंगी रंग कहां से आया एक बार मन में ख्याल आया मोरों के पास ही इतना सारा सुन्दर पंख कहां से आया कुदरत के इस बनावट में रंग-बिरंगा पंख कहां से आया एक बार मन में ख्याल आया कोयल के पास ही इतना काला पंख कहां से आया कुदरत के इस काली बनावट में इतना शुरिला सुर कहा से आया ©Sara #rang#pankh #sur #MyPoyetry #Mypoem