रात अंधेरी हैं तो क्या सवेरा नहीं होगा मत उदास हो यार मेरे कल तेरा भी होगा तूफ़ां गर नहीं आएंगे तो लड़ेगा कौन गिरेगा जो तू नहीं तो फिर बढेगा कौन ®अनिल कुमार 'निश्छल' #कुछपलदिलकेपास #कुछअनछुएपहलू