मंजिल होती दूर दिखे अटल रहे तो मंजिल न सही जाएंगी क़ामयाबी मिल ही बदल बदल के जो चले राह बर्बाद हो गया वो बेपरवाह। #रातकाअफ़साना #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #mait #85thquote