बस्ते मेें कैद है बंदगी, अब हमसे ना होगी झूठी दिललगी, तुम ठहर जाओ, कुछ पहर, कुछ लम्हें याद करके मुस्करा लेंगे, ना जाने कब रूठ जाए फिर ये जिंदगी सुप्रभात। हँसते चेहरों से है ज़िन्दगी ज़िन्दगी को मिलती है ज़िन्दगी। #हँसतेचेहरे #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #yqhindiurdu #yqtales #writer #deep